Sweet Boondi Recipe (मीठी बूँदी)
बूँदी को बेसन से बनाया जाता है, बूँदी (Sweet Boondi Recipe) को हम अलग अलग तरह से इस्तेमाल में लाते है, मुख्य रूप से बूंदी को फीका ही बनाया जाता है। बूँदी भी दो तरह की होती है एक बहुत ही ज्यादा बारीक और दूसरी उससे थोड़ी मोटी होती है। बारीक बूंदी के प्रयोग से मोतीचूर के स्वादिष्ट लड्डू बनाये जाते है और मीडियम बूंदी को रायते, कढ़ी और मीठी बूंदी के रूप में इस्तेमाल करते है। मीठी बूँदी को प्रसाद के रूप में भगवान को अर्पित किया जाता है। बूँदी बनाने के लिए बारीक बेसन का प्रयोग किया जाता है। बूंदी बनाने के लिये छेद वाली कलछी या झविया का इस्तेमाल किया जाता है। झाविया के छेद जितने छोटे या बड़े होते हैं बूंदी भी उसी के हिसाब से छोटी या बड़ी बनती है तो आईये आज हम मीठी बूंदी (Sweet Boondi) को बनायेंगें।
आवश्यक सामग्री (Ingredients for Sweet Boondi Recipe)-
बूंदी बनाने के लिए –
बेसन (gram flour/besan)- ढाई कप
घी या रिफाइन्ड (ghee)- बूंदी तलने के लिये
चाशनी बनाने के लिए –
चीनी (sugar)- 3 कप
पानी (water)- डेढ़ कप
छोटी इलाइची (green cardomom)- 9-10 (पिसी हुई)
विधि (How to make Sweet Boondi)-
बूँदी बनाने के लिए सबसे पहले बेसन को छान कर किसी बड़े बर्तन में निकाल लें। अब इस बेसन को आधा कप पानी डालकर गाढ़ा घोल बना लें। और थोड़ा थोड़ा पानी डालकर घोल को पतला कर लें। घोल इतना गाड़ा होना चाहिये कि घोल जब कलछी के ऊपर डाला जाय तो वह बूंद बूंद करके कलछी के छेद से गिरे। अब बेसन के घोल को इस तरह से मिक्स करें कि घोल में गुठलियां नहीं रहनी चाहिये और यह ज़्यादा पतला भी नही होना चाहिए। अब घोल में 2 चम्मच तेल डालकर घोल को करीब 7-8 मिनट तक अच्छे से फैंट लें। और फैंटे हुए घोल को 10-15 मिनट के लिये ढककर रख दें। बेसन का घोल बूंदी बनाने के लिये तैयार है। अब हम बूंदी के लिये चाशनी बनायेंगें, चाशनी बनाने के लिए एक पैन में चीनी और पानी डालकर चाशनी बनने के लिये गैस पर रखे। जब पानी उबलने लगे तब इसमे एक चम्मच दूध डालकर चाशनी में मिला लें। दूध मिलाने पर चाशनी में एकदम से झाग आने लगता है। जब झाग आने लगे तब झाग कलछी से बाहर निकाल दें। झाग निकालने के बाद चाशनी एकदम साफ बनती है। उबाल आने के बाद चाशनी को करीब 5 मिनट तक पकायें। अब चाशनी को चैक करने के लिए चाशनी को एक पानी की बाउल में चाशनी की 1 बूंद डालकर उंगली से चिपका कर देखे, अगर चाशनी उंगली और अंगूठे के बीच हल्की सी चिपकनी लगे, तो चाशनी बन कर तैयार हो जाती है। अब हम बूंदी बनायेंगें, बूंदी बनाने के लिए एक भारी तली की कढ़ाई में घी या रिफाइन्ड तेल डालकर गरम करने के लिए गैस पर रखें। अब तेल की गर्माहट चेक करने के लिए बेसन के घोल की एक बूंद कढ़ाई में डालकर देखे, अगर बेसन की बूंद सिककर तुरंत से तैरकर तेल के ऊपर आ जाती है तो तेल पूरी तरह से गरम है, और यदि बेसन तली में ही पड़ा रहता है तो तेल को और गरम करने की जरूरत है। अब कलछी को तेल के थोड़ा ऊपर रखे और बेसन का घोल एक बड़ा चमचा भर कर कलछी के ऊपर डालें। कलछी से बेसन के घोल की छोटी छोटी बूंदे निकल कर तेल में गिरने लगेगी और बूँदी तैरने लगती है. आप कलछी को कढ़ाई के ऊपर खटखटा कर बूंदी तेल में गिरा सकते हैं। बूंदी के हल्का सा रंग बदलने और कुरकुरे होने पर इसे गहरी कलछी से बूंदी को निकाल लें। तैयार की हुई गरमा गर्म बूँदी को सीधे ही चाशनी में डाल दें। पूरे घोल से ऐसी बूंदी बनाकर चाशनी में डालकर डुबा दें। चाशनी में बूंदी को कलछी से उलट पलट दें। थोड़ी ही देर में बूंदी चाशनी को सोख कर मुलायम हो जाएगी, अब ठंडी होने पर स्वादिष्ट मीठी बूंदी खाने के लिए तैयार है।
I never tried making it, yours came out great..