Singhare ka Achar Recipe (सिंघाड़े का अचार)

sighare ka achar
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सिंघाड़ा (Water Chestnut) सर्दियों के मौसम में मिलने वाला एक बहुत ही फ़ायदेमंद फल है जिसे हम अलग अलग तरह अपनी डाइट में शामिल करते है, (Singhare ka Achar Recipe)
 
सिंघारा मुख्यतया जलीय वनस्पति के दलदलों एवं तालाबों में ठहरे हुए पानी में उगाया जाता है,
 
सिंघाड़े को उगाने के लिए किसानो के द्वारा तालाबों में सिंघाड़े की बेले फैलाई जाती है, singhade ka achar
 
जिसमे समय के अनुसार फल लगना शुरू होता है जो मुख्यतः ठण्ड के मौसम में ही होता है।
 
ये मुख्यतया सर्दियों के दिनों में अक्टूबर से जनवरी तक मिलता है,
 
सिंघाड़े का फल का प्रयोग अलग अगल तरीको से करते है , इसको स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी अच्छा माना जाता है।
 
सिंघाड़े में पानी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसमें कैलोरी बहुत कम होती है, साथ ही साथ ये फैट फ्री होता है.

सिंघाड़े को कई तरह से खाया जाता है, इसका छिलका उतारकर ऐसे ही कच्चा खा सकते है, या इसे उबालकर फिर छीलकर खा सकते है,

लेकिन आप सिघाड़े से बहुत सी डिश आसानी से बना सकते है जैसे – सिंघाड़े का अचार, सिंघाड़े की सब्जी, सिंघाड़े का हलवा आदि।

सिंघाड़े को पौषक तत्व का भंडार माना जाता है , क्योकि इसमें अधिक मात्रा में जैसे कि – विटामिन-ए, सी, मैंगनीज,
 
थायमाइन, कर्बोहाईड्रेट, टैनिन, सिट्रिक एसिड, रीबोफ्लेविन, एमिलोज, फास्फोराइलेज, एमिलोपैक्तीं, बीटा-एमिलेज, प्रोटीन, फैट और निकोटेनिक एसिड आदि, जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
 
सिघाड़े में अधिक मात्रा में पौषक तत्व पाये जाते है जो हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभदायक होते है,
 
सिंघाड़े की  सब्जी बनाने की विधि तो हम पहले ही आपसे शेयर कर चुके है,
 
इसलिए अब हम आपसे सिंघाड़े का अचार बनाने की विधि शेयर करेंगें जो बनाने में आसान होने के साथ साथ खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है
 
तो आईये आज हम सिंघाड़े का अचार (Singhare ka Achar Recipe) बनायेंगें।

ज्यादातर लोग सिंघाड़े को उबाल कर खाते है लेकिन आप सिघाड़े से बहुत सी डिश आसानी से बना सकते है जैसे – सिंघाड़े का अचार, सिंघाड़े की सब्जी, सिंघाड़े का हलवा आदि।

सिघाड़े में अधिक मात्रा में पौषक तत्व पाये जाते है जो हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभदायक होते है,

सिंघाड़े कि सब्जी बनाने की विधि तो हम पहले ही आपसे शेयर कर चुके है,

इसलिए अब हम आपसे सिंघाड़े का अचार बनाने की विधि शेयर करेंगें

जो बनाने में आसान होने के साथ साथ खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है

तो आईये आज हम सिंघाड़े का अचार (Singhare ka Achar Recipe) बनायेंगें।

Singhare ka Achar Recipe

आवश्यक सामग्री (Ingredients For Singhare ka Achar Recipe)-

कच्चे सिघाड़े (Water Chestnut)- आधा किलो

सरसों पाउडर (Mustard Powder) – 2-3 चम्मच (दरदरा पिसा हुआ)

हल्दी पाउडर (Turmeric Powder)- 1 चम्मच

लाल मिर्च पाउडर (Red Chilly Powder)-1 चम्मच

सौंफ पाउडर (Saunf Powder)- 2-3 चम्मच

सरसों का तेल (Mustard Oil)- आधा कप (गरम करके ठंडा कर लें)

हींग (Asafoetida)- 2 पिंच

नमक (Salt)- स्वादानुसार

विधि (How To Make Singhare ka Achar Recipe)-

सिंघाड़े का अचार बनाने के लिए सबसे पहले कच्चे सिंघाड़े को अच्छी तरह से धोकर साफ़ कर लें

और धुले हुए सिंघाड़ों को एक छलनी में निकालकर रख दें जिससे धुले हुए सिंघाड़ों से पानी अच्छी तरह से निकल जाये।

जब सिंघाड़े से पानी अच्छी तरह से सूख जाये तब एक-एक सिंघाड़े को लेकर दोंनो ओर से कांटे काटकर हटा दें

और बीच से ऊपर की ओर आधा करते हुए पूरी लम्बाई में सिघाड़े को इस तरह से काट लें कि सिघाड़ा नीचे की ओर से आपस जुड़ा रहें,

इसी तरह से सारे सिघाड़े काट लें।

अब अचार के सभी मसालो और 2-3 चम्मच ठंडे तेल को एक बड़े बाउल में डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें, सिघाड़े में भरने के लिये मसाला बनकर तैयार हो गया है।

अब हम सिंघाड़े में मसाला भरेंगें,

सिंघाड़े में मसाला भरने के लिए एक-एक सिंघाड़े को लेकर कटी हुई जगह (बीच) से उसे खोलकर चम्मच से मसाला डालकर अच्छी तरह से दबाकर भर लें और सभी भरे हुए सिंघाड़ों को एक प्लेट में रखते जाये,

इसी तरह से सभी सिघाड़े को भर कर प्लेट में रख लें,

अगर थोड़ा भरावन का मसाला बच जाये तो उसे भी मसाले भरे हुये सिघाड़े के ऊपर डाल दें।

अब सभी मसाला भरे हुए सिघाड़े को एक काँच के कंटेनर में भरकर रख लें और रोजाना अचार को एक साफ़ चमचे से चलाकर ऊपर नीचे कर दें,

2-3 दिनों में सिंघाड़े में अचार के मसाला अच्छी तरह से मिक्स हो जायेगा और सिंघाड़े का छिलका भी सॉफ्ट हो जायेगा।

अब बाकी बचा हुआ सरसों का तेल भी अचार में डालकर मिला दें,

सिघाड़े के अचार को आप 15-20 दिन तक रखकर खा सकते है।

स्वादिष्ट सिंघाड़े का अचार (Singhare ka Achar Recipe) बनकर तैयार हो गया है।

Mjaayka.com : English Version

सिंघाड़ा खाने का तरीका : सिंघाड़े के फायदे और नुकसान/सिंघाड़े के फायदे: 

  1. शुगर में सिंघाड़ा खाना चाहिए:
  • शुगर या डायबिटीज के मरीजों को मीठे चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। 
  • इससे उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। 
  • लेकिन सिंघाड़ा एक ऐसा फल है, जिसका सेवन शुगर होने पर भी किया जा सकता है। 
  • सिंघाड़ा खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। 
  • डायबिटीज के रोगी या पेशेंट इसका सेवन आसानी से कर सकते हैं।

2. हार्ट के रोगियों को सिंघाड़ा खाने की सलाह :

  • सिंघाड़ा ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने से रोकता है। 
  • इससे स्ट्रोक और दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। 
  • सिंघाड़े में पोटैशियम अधिक मात्रा में होता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। 
  • इससे दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है। 
  • सिंघाड़ा हेल्दी हार्ट के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

singhare ka achar kaise banaya jata hai / singhade ka achar banane ki vidhi/ singhare ka achar

3. गर्भावस्था में सिंघाड़े खाने की सलाह : 

  • गर्भावस्था में सिंघाड़े का सेवन करना माता और शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 
  • इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है।
  • इसके अलावा सिंघाड़ा खाने से मासिक धर्म संबंधी समस्याएं भी ठीक होती हैं।

4. हार्मोनल इन बैलेंस को ठीक करने के लिए : (थाइरोइड, टॉन्सिल  और PCOD के लिए)

  • सिंघाड़ा शरीर को उर्जा देता है, इसलिए उसे व्रत और उपवास के खाने में भी अलग-अलग तरह से शामिल किया जाता है। 
  • इसमें आयोडीन भी पाया जाता है, जो गले संबंधी रोगों से रक्षा करता है और थाइरॉइड ग्रंथि को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
  • इसमें मौजूद आयोडीन गले में होने वाले टॉन्सिल के इलाज में लाभदायक है। 
  • इसमें ताजा फल या चूर्ण खाना दोनों फायदेमंद होता है।
  • सिंघाड़े को पानी में उबाल कर कुल्ला करने से भी आराम मिलता है।

5. आँखों और हड्डियों से संबंधित सभी प्रकार के रोगो के लिए : 

सिंघाड़े में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसे खाने से हड्ड‍ियां और दांत दोनों ही मजबूत रहते हैं. साथ ही साथ यह आंखों के लिए भी फायदेमंद है.

6. दाद खुजली का इलाज :

नींबू के रस में सूखे सिंघाड़े को पीसकर नियमित रूप से लगाने पर दाद-खुजली ठीक हो जाती है।

7. सूजन और दर्द में राहत : 

  • सिंघाड़ा सूजन और दर्द में मरहम का काम करता है। 
  • शरीर के किसी भी अंग में सूजन होने पर सिंघाड़े के छिलके को पीस कर लगाने से आराम मिलता है। 
  • यह एंटीऑक्सीडेंट का भी अच्छा स्रोत है। यह त्वचा की झुर्रियां कम करने में मदद करता है। 
  • यह सूर्य की पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा करता है।

8. दूर करे गले की खराश :

  • सिंघाड़े में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व गले की खराश और कफ कम करने में प्रभावी रूप से फायदेमंद होते हैं। 
  • खांसी के लिए यह टॉनिक का काम करता है।

9. नकसीर/ नाक से खून आने की समस्या में राहत: 

जिन लोगों की नाक से खून आता है, उन्हें बरसात के मौसम के बाद कच्चे सिंघाड़े खाना फायदेमंद है।

10. बालों से सबंधित समस्याओ में लाभदायक : 

  • बाल झड़ने की समस्या आम है। 
  • सिंघाड़े में मौजूद निमैनिक और लॉरिक जैसे एसिड बालों को नुकसान पहुंचने से बचाते हैं।

11. फटी एड़ियों से छुटकारा : 

  • एड़ियां फटने की समस्या शरीर में मैग्नीज की कमी के कारण होती है। 
  • सिंघाड़ा ऐसा फल है, जिसमें पोषक तत्वों से मैग्नीज ग्रहण करने की क्षमता होती है। 
  • सिंघाड़े के नियमित सेवन से शरीर में मैग्नीज की कमी नहीं हो पाती और शरीर हेल्दी बनता है।

12. अन्य तरह के उपचारो में प्रयोग : 

  • यह पाचन तंत्र के लिए बढ़िया है साथ ही बुढ़ापे में होने वाली कई बीमारियों से भी बचाता है।
  • सिंघाड़े से भी होते हैं कुछ उपचार
  • मूत्र संबंधी बीमारियों के इलाज में यह सहायक है।
  • पेशाब में जलन, रुक-रुक कर पेशाब आना जैसी बीमारियों में सिंघाड़े का सेवन लाभदायक है।

सिंघाड़े खाने में सावधानियां :

  • एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 5-10 ग्राम ताजे सिंघाड़े खाने चाहिए। 
  • पाचन प्रणाली के लिहाज से सिंघाड़ा भारी होता है, 
  • इसलिए ज्यादा खाना नुकसानदायक भी हो सकता है। 
  • पेट में भारीपन व गैस बनने की शिकायत हो सकती है। 
  • सिंघाड़ा खाकर तुरंत पानी न पिएं। इससे पेट में दर्द हो सकता है। 
  • कब्ज हो तो सिंघाड़े न खाएं।


Singhada ka achar kaise banta hai


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